मीडिया

अनुवादक प्रशिक्षण कार्यक्रम को पूरा करने के लिए श्रव्य-दृश्य माध्यम से जोड़ते हुए इसे शैक्षणिक स्वरूप प्रदान किया गया है। श्रव्य-दृश्य माध्यम नये संचार, तकनीकी एवं संसाधनों का वृहत्तर उपयोग कर भारतीय भाषाओं एवं अनुवाद इत्यादि में वृत्त-चित्र एवं श्रव्य-दृश्य का प्रतिपादन करता हैं। मीडिया लघु फिल्में, प्रोमोज़, पुरालेखों का प्रस्तुतिकरण एवं व्याख्यानों का भी निर्माण करती है जो कि विभिन्न स्तरों में सूचनाओं के प्रभावी वितरण सुनिश्चित करता हैं।